हां, मैं हिन्दू हूं, हां, मैं सनातनी हूं!
हां, मैं हिन्दू हूं, हां, मैं सनातनी हूं!
© डॉ. श्याम प्रीति
कोई किताब के लिए किसी के कत्ल पर आमादा है
कोई अपनी तादाद बढ़ाने के लिए दिखाता फायदा है!
हम पहले भी सरल थे, वैसे आज भी सरल है क्योंकि
हमारा रुझान #1EK पत्थर पर बहुत ही ज्यादा है।
हां, मैं हिन्दू हूं! हां, मैं हिन्दू हूं, हां, मैं सनातनी हूं!
जिंदगी की उलझनों को मैं प्रभु पर छोड़ देता हूं।
हमारा कर्म हाथों में है, उससे नाता जोड़ लेता हूं।
मौत कब आएगी, उसकी प्रतीक्षा मैं क्यों करूं
ऐसे हर #1EK खौफ का द्वार मैं स्वयं तोड़ देता हूं।
हां, मैं हिन्दू हूं! हां, मैं हिन्दू हूं, हां, मैं सनातनी हूं!
हे धर्म के ठेकेदारों, सनातन है नींव, बाकी पंथ चारों ओर है।
धरती के हरेक कण में, ईश्वर को हमने माना, वह चहुंओर है।
हमारे लिए #1EK हो या शून्य, सभी गणितीय अंक पूज्य हैं।
पर चमत्कार को नमस्कार कर रहे हैं सभी, आज यही दौर है।
हां, मैं हिन्दू हूं! हां, मैं हिन्दू हूं, हां, मैं सनातनी हूं!
स्वयं से भी जो अनजान हैं, वे ही वैमनस्य को बढ़ा रहे है।
मनोविकार पीड़ित हैं ये सभी, सामाजिक प्रेम गंवा रहे हैं।
सभी सनातनी मिलकर संघे शक्ति सर्वदा का कर उद्घोष #1EK है हम, वसुधैव कुटुंबकम का पाठ पढ़ा रहे हैं।
हां, मैं हिन्दू हूं!
हां, मैं हिन्दू हूं, हां, मैं सनातनी हूं!
नैतिकता है जीवन दर्शन हमारा, संबंधों का जोड़ है।
शाश्वत सनातन है, हर पंथ में कट्टरता की होड़ है।
सबका ईश्वर #1EK नाम है, जिसे किसी ने देखा नहीं है
हम ब्रह्म के उपासक हैं, उसे जिसने देखा, कहा बेजोड़ है।
हां, मैं हिन्दू हूं! हां, मैं हिन्दू हूं, हां, मैं सनातनी हूं!
Dr. Shyam Preeti
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