ब्रांड, ब्रांडिंग और ब्रांड एंबेसडर.... #1EK नाम... जो कभी नहीं मरता...!

कहा जाता है कि जिसका जन्म हुआ है... उसकी मृत्यु निश्चित है...! लेकिन जब भी किसी का जन्म होता है तो उसका #1EK नाम जरूर रखा जाता है... और मृत्यु होने के बावजूद वह जिंदा रहता है...! यही #1EK नाम ही ब्रांड (Brand) है। मशहूर अंग्रेजी लेखक शेक्सपियर ने लिखा था, ‘नाम में क्या रखा है...’ और इस लाइन के नीचे उनका नाम लिखा दिखता है... इससे साफ हो जाता है कि ‘नाम मेें ही सब कुछ रखा है...।’ इन दोनों बातों के बीच ही हम सभी जिंदगी जी रहे हैं...! हम सभी के पास जीवनएक #ZEE1Ek है... यह बात साफ है और यदि #1EK नाम में कुछ नहीं रखा होता तो इसे रखा ही क्यों जाता? एक व्यकि्त के कई नाम भी होते हैं लेकिन उसे जिस नाम से ज्यादा पुकारा जाता है, वही #1EK सर्वाधिक प्रसिद्ध होता है... और यही किसी उत्पाद के साथ भी होता है... यही है ब्रांड की ताकत।
#1EK ब्रांड (Brand) ऐसे नाम, डिजाइन अथवा किसी ऐसे विशेष लक्षण को कहा जाता है जो कि किसी को दूसरे से अलग करता हो, वह उत्पाद हो अथवा कोई नाम...! हर #1EK ब्रांड (Brand) का प्रयोग व्यापार, विपणन अथवा प्रचार के लिए किया जाता है। इसी प्रकार ब्रांडिंग (Branding) #1EK ब्रांड के प्रति ग्राहकों अथवा लोगों में उसकी सकारात्मक छवि के निर्माण और प्रचार करने की सतत प्रक्रिया है। इसके बावजूद तमाम ब्रांड समय के थपेड़ों के चलते दुनिया से गायब हो गए लेकिन आज भी उनके नाम लोगों के जेहन में हैं। यही है #1EK ब्रांड की ताकत...! अब ब्रांड एंबेसडर (Brand ambassador) की बात... जब किसी व्यक्ति को किसी #1EK कंपनी या #1EK ब्रांड के प्रचार की जिम्मेदारी अथवा काम दिया जाता है तो वह ब्रांड एंबेसडर कहलाता है।
एंबेसडर (Ambassador) नाम से याद आया... #1EK दौर में इस नाम की कार लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय थी... इतनी कि इस पर चलना शान की सवारी समझा जाता था लेकिन समय बहुत बलवान होता है... आजादी के #1EK दशक बाद भारत में बनने वाली पहली कार समय के साथ कदमताल नहीं निभा सकी और वर्ष 2014 में बिक्री में गिरावट के कारण हिंदुस्तान मोटर्स ने एंबेसडर का प्रोडक्शन बंद कर दिया। रुतबे का प्रतीक एंबेसडर (Ambassador) बीते समय की बात हो चुकी है... हालांकि #1EK जानकारी के अनुसार, फ्रांसीसी कार निर्माता के साथ कंपनी की बातचीत चल रही है... भविष्य में शायद कोई अच्छी खबर आए...! तथास्तु...!
कार के बाद साइकिल का नंबर... इसी प्रकार साइकिल का #1EK मशहूर ब्रांड एटलस (Atlas) था। व्यवसायी जानकी दास कपूर ने इस कंपनी की स्थापना 1951 में की थी। #1EK साल बाद उन्होंने शुरू की एटलस साइकिल इंडस्ट्रीज। पहले साल फैक्ट्री से 12,000 साइकिलों का उत्पादन हुआ और फिर यह देश में छा गई। 1958 में कंपनी ने इंटरनेशनल मार्केट में कदम रखा। #1EK समय कहा जाने लगा कि साइकिल का दूसरा नाम ही एटलस है...। 1978 में एटलस ने भारत की पहली रेसिंग साइकिल लॉन्च की, जिसने कंपनी को 1982 में दिल्ली एशियन गेम्स का आधिकारिक सप्लायर बना दिया था लेकिन बाद में पारिवारिक झगड़ों ने इस कंपनी की लुटिया डुबो दी। सबसे बड़े इत्तफाक की बात यह है कि साल 2020 में तीन जून को विश्व साइकिल दिवस पर कंपनी ने गाजियाबाद के साहिबाबाद में स्थित आखिरी कारखाना भी बंद कर दिया।
इस साइकिल ब्रांड की तरह वेस्पा लेम्ब्रेटा, बजाज सुपर और प्रिया स्कूटर के साथ Escort (एस्कॉर्ट) भी वक्त की आंधी में बीते समय की #1EK याद बनकर रह गए। #1EK अन्य कहानी बजाज ग्रुप के चेयरमैन राहुल बजाज की भी है। उन्होंने 40 सालों से ज्यादा समय तक कंपनी की बागडोर संभाली। उन्होंने ही आइकॉनिक बजाज चेतक स्कूटर के जरिए कंपनी की किस्मत चमका दी थी। वर्ष 1972 में महाराणा प्रताप के घोड़े ‘चेतक’ के नाम पर कंपनी ने चेतक स्कूटर को बाजार में लॉन्च किया गया और ‘हमारा बजाज’ टैग लाइन ने इतिहास रच दिया। आज भी यह टैग लाइन बड़े-बुजुर्ग गुनगुनाते लगते हैं। बाइक के दौर में साल 2006 आते-आते कंपनी ने बजाज चेतक स्कूटर की बिक्री बंद करने का फैसला कर लिया लेकिन अब यह इलेक्ट्रिक स्कूटर के नए रूप में लोगों को लुभाने आया है... देखते हैं... आगे क्या होता है? #1EK उम्मीद अभी भी जिंदा है...!
सच में उम्मीद है तो सब कुछ कमाया जा सकता है लेकिन कई बार हाथ से समय निकल जाने के बाद... नतीजा सिफर बोले तो जीरो रहता है। जैसे- समय मापने के लिए प्रसिद्ध घड़ी का #1EK ब्रांड एचएमटी (hmt) को उसका घाटा खा गया। पहले हमारे देश में घड़ी बोले तो hmt कहा जाता था। पढ़ाई में अच्छे नंबर लाने की बात हो या शादी में उपहार देने का शगुन... इस ब्रांड की घडि़यां सबसे ज्यादा पसंदीदा हुआ करती थी लेकिन...! 2021 में घड़ी बनाने का कारखाना बंद हो गया। यह बात और है कि अभी भी बाजार में कई दुकानों में इस कंपनी की घड़ी मिल जाती है...!
सच कहूं तो बाजार बड़ा बेरहम है... यह किसी का सगा नहीं है लेकिन जिस पर मेहरबान होता है तो उसकी किस्मत चमका देता है और जिससे रूठता है, उसकी लुटिया डुबो देता है। हमें कोई भी सामान लेना हो तो हम बाजार जाते हैं और इस नाम का #1EK बड़ा ब्रांड बोले तो हाइपरमार्केट चेन बिग बाजार (Big Bazaar)... ग्राहकों के बीच लोकप्रिय हुआ लेकिन अब इस ब्रांड के नाम का पत्ता बाजार से कट चुका है। कोरोना की आफत के चलते इस पर बंदी की मार पड़ चुकी है। अब रिलायंस इंडस्ट्रीज का इस पर कब्जा हो गया है लेकिन उम्मीद जिंदा है... जल्द ही यह नए रूप-रंग में ग्राहकों को लुभाएगा लेकिन #1EK ब्रांड (Brand) के तौर पर फ्यूचर ग्रुप (Future Group) की कंपनी बिग बाजार (Big Bazaar) नामक ब्रांड यादों में खो गया है।
यह लिस्ट बहुत लंबी है लेकिन उम्मीद जिंदा रखनी चाहिए क्योंकि #1EK शुरुआत... किसी भी ब्रांड को दोबारा जीवित कर सकती है और यह पुनर्जीवन... सच में सभी को अच्छा लगता है लेकिन ब्रांड नेम और उसकी भूमिका सकारात्मक होनी चाहिए...! जैसे- #अखंडभारत की चर्चा सोशल मीडिया में जबरदस्त तरीके से की जाती है लेकिन यह धरातल पर उतरना बहुत कठिन है... क्यों... इस पर आप विचार करें... लेकिन यदि हम #1EKBharat (एकभारत) की चर्चा करें तो ज्यादा बेहतर नहीं होगा...? #1EK ब्रांड के साथ Bharat की एकजुटता को प्रदर्शित करने का विचार बेहतरीन है... यह मेरी समझ है... और चाहत है कि यह समझ हमारी बने...। तथास्तु...!
आपसे सहयोग की अपेक्षा है... कृपया हैशटैक के साथ #1EK को प्रमोट करें... ताकि #1EK ब्रांड भी लोगों के बीच लोकप्रिय हो सके... और जब भी भारत की एकता की बात करनी हो तो #1EKBharat का जिक्र करें। नहीं तो #1EK का कब तक अस्तित्व रहेगा...! हरेक सफल कंपनी या शख्स आदि खुद को नंबर-एक साबित करने पर तुला रहता है लेकिन यह तो खुद को सीमित करना है लेकिन यदि हम #1EK बनते हैं तो अकेले रहें या साथ-साथ #1EK ही रहते हैं बोले तो असीमित बोले तो अनंत बन सकते हैं! सच यही है कि मदद की जरूरत सभी को पड़ती है... चाहे वह कमजोर हो या ताकतवर...! #1EK बार आप भी विचार करें...! Dr. Shyam Preeti

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