#1EK भविष्यवाणी.... बदल गया पुनीत का भाग्य

भविष्य में कब, क्या होगा और क्यों? यह किसी को पता नहीं है लेकिन हममें से सभी यह जानना जरूर चाहते हैं! क्यों? हम आज का आनंद नहीं लेते हैं? साहेब! आज में जीना सचमुच में काबिलेगौर है लेकिन...हर कोई कल की फिक्र में रहता है। पल की खबर नहीं... और अचार साल भर का डाला जाता है। तुलसीदास जी लिखते हैं- हानि-लाभ, जीवन-मरण, यश-अपयश विधि-हाथ। अर्थात् जन्म से लेकर मृत्यु तक आदमी हानि-लाभ, यश-अपयश जो कुछ भी अर्जित कर पाता है, उस में उसका अपना वश या हाथ कतई कुछ नहीं रहा करता। विधाता की जब जैसी इच्छा हुआ करती है, तब उसे उसी प्रकार की लाभ-हानि तो उठानी ही पड़ती है, मान-अपमान भी सहना पड़ता है। मेरे शब्दों में... सच कहूं तो जीवन अनिश्चित था, है और रहेगा। बस #1EK इत्तफाक... या संयोग और सारा परिदृश्य बदल जाता है। कई बार व्यक्तित्व बदल जाता है... चरित्र बदला नजर आता है.... शक्ल पुराने स्वरूप से जुदा हो जाती है और न जाने क्या-क्या हो जाए, कल्पना से परे है। कई बार न चाहते हुए हम चल देते हैं... जाना कहां है... पर चलते रहते हैं...! कुछ ऐसी ही कहानी पुनीत गुप्ता की है। ये साहेब कौन है....? इस प्रश्न का जवाब है एस्ट्रोटॉक के संस्थापक। यह ऐसा प्लेटफार्म है जो हमारे भविष्य से जुड़े सवालों का जवाब हमें देता है। सबसे मजेदार तथ्य यह कि एक समय था कि पुनीत भाई खुद ज्योतिष पर विश्वास नहीं करते थे लेकिन... ईश्वर ने उनके लिए कुछ रचा था और उन्हें समय पर मिला भी। साल 2015 था और पुनीत मुंबई की एक आईटी कंपनी में इंजीनियर के तौर पर काम कर रहे थे। दिमाग घूमा और उन्होंने अपना आईटी स्टार्टअप शुरु करने के लिए नौकरी छोड़ने का फैसला किया लेकिन क्या यह इतना आसान है...! हम सोचते तो हैं पर घर वालों का चेहरा... याद आता है और फिर कछुए की तरह बैग पीठ पर लादकर चल पड़ते हैं... ऑफिस-अॉफिस खेलने...! लेकिन पुनीत भाई दूजी मिट्टी के बने थे और ईश्वर उन्हें नया रास्ता दिखा रहा था पर दिमाग उधेड़बुन में था। तभी उनकी सहकर्मी और ज्योतिषी दोस्त ने मदद करनी चाहिए पर पुनीत उस समय एस्ट्रोलॉजी में विश्वास नहीं करते थे। सो... दोस्त की बात पर हंसना बनता था और वह हंसे भी। बोले- यार, मैं ज्योतिषी पर विश्वास नहीं करता। लेकिन उनकी दोस्त को अपनी जानकारी पर विश्वास था और उसने पुनीत का अतीत बताया। अतीत... बोले तो बीता हुआ समय... उसने पुनीत के बीते हुए कल के बारे में बताया तो पुनीत न विश्वास नहीं किया.. सोचा किसी से मेरे बारे में सुन लिया होगा। पुनीत बोले, पहले भी नौकरी छोड़कर स्टार्टअप की कोशिश की थी पर दिवालिया होने पर नौकरी पर लौटना पड़ा। दोबारा वही कदम... उठाना आसान नहीं होता.. वह भी जब गिरकर चोट लगी हो। लेकिन सहयोगी ने भविष्यवाणी की पुनीत इस्तीफा दे सकते हैं... 2015 से 2017 तक उनका समय अच्छा रहेगा लेकिन....। उनका यह स्टार्टअप दो साल में बंद हो जाएगा, क्योंकि उनका साथी उनका साथ छोड़ देगा। लेकिन इसके बाद 2017 से उनका अच्छा समय शुरू होगा....। पुनीत को इस पर विश्वास नहीं हुआ, लेकिन उन्होंने एक आईटी कंपनी शुरू करने के लिए अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया। फिर दो साल बाद.... भविष्यवाणी सही साबित हुई। पुनीत के पार्टनर उनको और आईटी कंपनी को छोड़कर चले गए। अब पुनीत ने अपने दोस्त की भविष्यवाणी को याद किया और उसका नंबर ढूंढा और उसे यह बताने के लिए फोन किया कि उसकी की गई भविष्यवाणी सच हो गई। उसी ज्योतिषी ने तब पुनीत को एस्ट्रोलॉजी के क्षेत्र में कुछ करने का सुझाव दिया और कहा कि ऐसा व्यवसाय उनके लिए काफी सफल होगा और तब पुनीत ने एस्ट्रोटॉक की शुरुआत की। फिर....#1EK इत्तफाक... सही साबित हुआ और यह कंपनी शुरू हुई और धीरे से गति पकड़ती हुई दुनिया की सबसे बड़ी एस्ट्रोलॉजी कंपनी बन गई। पुनीत कहते हैं, "मैं काफी गर्व महसूस कर रहा हूं कि हम केवल चार वर्षों में ही करोड़ों लोगों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर चुके हैं।" आपको भविष्य जानने की चाह है तो आप भी किसी ज्योतिषी से बात करने के लिए astrotalk.com अथवा एस्ट्रोटॉक ऐप पर जा सकते हैं और उनसे प्रेम संबंध, शादी, करियर अथवा जीवन से जुड़े किसी भी पहलु के बारे में कुछ भी पूछ सकते हैं। आपको पहली चैट बिल्कुल मुफ्त मिलती है और फिर... गुस्ताखी माफ! आपको चस्का लग जाता है। डॉ. श्याम प्रीति

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