आपका कुछ निजी नहीं है... इंटरनेट की दुनिया में
इतना समझ लीजिए कि आपका निजी कुछ भी नहीं है
सब एक लाइन में भागे जा रहे हैं... कॉपी-पेस्ट करें जा रहे हैं... मैं खुराफातीलाल बोले तो डॉ. श्याम प्रीति आपको सचेत कर रहा हूं.... अरे साहब, इंटरनेट की दुनिया में इतना समझ लीजिए कि आपका निजी कुछ भी नहीं है जो भी है सार्वजनिक है तो आप किसी रोक रहे हैं। जब आप स्वयं अपनी जानकारियां आदि सब कुछ दुनिया को बांट रहे हैं तो फिर नोटिस किसे दे रहे हैं। नोटिस तो आपको खुद लेना होगा कि क्या दुनिया को देना है और क्या नहीं देना है। यह आपका अधिकार नहीं बुद्धि विवेक हैं कि दुनिया को आप क्या बताना चाहते हैं.. बोले तो अपना क्या-क्या राज सार्वजनिक करना चाहते हैं।
मेरा स्पष्ट मानना है कि हिंदुस्तान... भेड़िया धसान... जिसने भी लिखा होगा, वह बहुत बुद्धिमान होगा। यही आज फिर देखने को मिल रहा है। फेसबुक का नियम बदल रहा है... यह जुमला हर कोई बक रहा है। मुझ जैसे बुड़बक को यह समझ नहीं आ रहा कि लोगों को यह क्या हो गया है।
सब खाना खाना भूलकर खुद को बचाने के लिए चिल्ला रहे हैं लेकिन हुजूर जब आपने अपनी निजी जानकारियां स्वयं दुनिया वालों को बांट रखी हो तो उसका जिम्मेदार कौन इहोगा? सब भेड़चाल पर जुटे दिख रहे हैं। आप भी उनमें से एक हैं... तो सच में आप बड़े भोले हैं...। दरअसल, फेसबुक ऐसे पोस्टों की बाढ़ आ गई है जिनमें लोग दावा कर रहे हैं कि फेसबुक का नया नियम लागू होने जा रहा है। इसके बाद वह हमारे फेसबुक डाटा (फोटो, वीडियो, नाम, मोबाइल नंबर) का इस्तेमाल अपने बिजनेस के लिए करेगा। फेसुबक पर जिसे देखो वह फेसबुक को आदेश दे रहा है कि मेरे डाटा का इस्तेमाल ना किया जाए।
यह पढ़कर बड़ा मजा आ रहा है कि आदेश देने वाला खुद उपभोक्ता है और उपभोक्ता कैसे आदेश दे सकता है। मोबाइल का डाटा अचानक खत्म हो जाता है... साल में 12 की जगह 13 महीने बन चुके हैं... लोग तब कुछ नहीं कह पाए... कर नहीं पाए और फेसबुक को नोटिस भेज रहे हैं वो भी फ्री में पोस्ट डालकर उसी फेसबुक बोले तो मेटा कंपनी को...। गजब है ना
भारत में वैसे भी भेड़चाल काफी लोकप्रिय है और इसका पालन लोग गंभीरता से करते हैं। अभिनेता कोई कपड़े पहनकर फैशन का नया शगल शुरू कर देता और अभिनेत्रियों को देखकर लड़कियां मेकअप का सामान खरीदती दिखती हैं। नकल हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है... हम यही मानते हैं और दूसरों को नकल करने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं... वाह... आह.. क्या कहूं... समझ नहीं आ रहा। खैर, बिना सोचे-समझे... फास्ट और सस्ते इंटरनेट ने भेड़चाल को एक नई गति दी है और इसमें काफी बढ़ोत्तरी भी हुई है। नतीजा, बिना खबर की पुष्टि किए लोग दीवाने होकर पोस्ट करने निकल पड़ते हैं।
सवाल उठता है कि क्या वाकई में फेसबुक का नियम बन रहा है अथवा नहीं... तो इस बारे में आधिकारिक जानकारी किसी स्रोत के पास नहीं है... लेकिन जिसे देखो वह फेसबुक को आदेश दे रहा है कि मेरे डाटा, जानकारियां का इस्तेमाल ना किया जाए। जहां तक मेरी रीसर्च का सवाल है.... फेसबुक ने इस तरह का कोई बयान जारी नहीं किया है। इस तरह की पोस्ट पहले भी वायरल हो चुकी है। वर्ष 2022 में भी यही पोस्ट वायरल हुई थी।
आप यह बात अच्छी तरह से जान और समझ लें कि आप फेसबुक पर खाता खोलते ही अपनी सहमति दे रखी है। बिना सहमति आप फेसबुक का इस्तेमाल ही नहीं कर सकते। ऐसे में वह बोले तो फेेसबुक यदि आपके किसी डाटा का इस्तेमाल करना चाहेगा तो आप उसे रोक कैसे सकेंगे? वह आपके आदेश का इंतजार नहीं करेगा। जब आप पहले से दाता बन चुकेे हैं तो अब नोटिस देकर क्या होगा? और सेल्फी खींचकर भेजिए... मैं तो पहले से ऐसा नहीं करता हूं... इसलिए थोड़ा निश्चिंत हूं... पहले से सतर्क हूं... इसलिए डरता नहीं हूं... आप भी सतर्क बनें... और सावधान रहें... क्योंकि मेरी यह बात गांठ बांध लें एक समय था जब लोगों में जमीन के लिए लड़ाई होती थी... जिसके पास ज्यादा जमीन ... वह ज्यादा बड़ा व्यक्ति। समय बदला तो लोगों में लोकप्रियता का आकलन किया जाने लगा... जिसके पीछे जितने ज्यादा लोग.... वह उतना ताकतवर। यह समय इस तरह के लोगों का ही है। बीता समय भूतकाल था और यह वर्तमान है लेेकिन भविष्य का सबसे ताकतवर प्राणी वह होगा, जिसके पास सबसे ज्यादा डाटा होगा...। आज का ज्ञान समाप्त हुआ...।
Dr Shyam Preeti
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